सितंबर 2025 के त्योहार और छुट्टियाँ का महीना रंग–बिरंगे त्योहारों और धार्मिक आयोजनों से भरा होगा। यह समय न केवल भारत के अलग–अलग हिस्सों में सांस्कृतिक मेलजोल लाता है बल्कि परिवार और समाज को भी जोड़ता है। इस महीने में ईद-ए-मिलाद, ओणम, विश्वकर्मा पूजा, नवरात्रि और दुर्गा पूजा जैसे बड़े पर्व मनाए जाएँगे।
5 सितंबर – ईद-ए-मिलाद और ओणम
सितंबर की शुरुआत दो बड़े त्योहारों से होगी। ईद-ए-मिलाद पैग़ंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन के अवसर पर मनाई जाती है। मुस्लिम समुदाय मस्जिदों में इबादत करता है और एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देता है।
दूसरी ओर, केरल में ओणम का उत्सव मनाया जाएगा। यह फसल कटाई और राजा महाबली की याद में मनाया जाने वाला पर्व है, जिसमें नाव दौड़ और पारंपरिक व्यंजन विशेष आकर्षण होते हैं।

15 सितंबर – विश्वकर्मा पूजा
विश्वकर्मा पूजा को भारत का “इंजीनियरिंग उत्सव” भी कहा जाता है। इस दिन कारखानों और मशीनों की पूजा होती है। विशेष रूप से पूर्वी भारत में इसे बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता है।
22 सितंबर – शारदीय नवरात्रि की शुरुआत
नवरात्रि भारत के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। 22 सितंबर से 9 दिनों तक माँ दुर्गा की पूजा होगी। इस दौरान गरबा और डांडिया की धूम देशभर में देखने को मिलेगी।
28 से 30 सितंबर – दुर्गा पूजा और अग्रसेन जयंती
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28 सितंबर – दुर्गा पूजा की शुरुआत और महाराजा अग्रसेन जयंती। राजस्थान और उत्तर भारत में यह दिन खास महत्व रखता है।
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29 सितंबर – महासप्तमी।
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30 सितंबर – महाअष्टमी, जब दुर्गा पूजा अपने चरम पर पहुँचती है और पंडालों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
निष्कर्ष
सितंबर 2025 का महीना हर किसी के लिए खास होगा। चाहे धार्मिक आस्था हो या सांस्कृतिक आनंद, यह समय परिवार, समाज और दोस्ती के रिश्तों को मजबूत करने का है।